नई दिल्ली, सितम्बर 19 -- आज, 19 सितंबर 2025, शुक्रवार को शुक्र प्रदोष व्रत और आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि का दुर्लभ संयोग बन रहा है। यह दिन विशेष रूप से भगवान शिव की आराधना और जीवन में सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत शुभ है। प्रदोष व्रत हर माह में 2 बार और शिवरात्रि एक बार पड़ती है। प्रदोष व्रत त्रयोदशी तिथि में और शिवरात्रि चतुर्दशी तिथि में पड़ती है। मासिक शिवरात्रि में रात्रि की पूजा का महत्व है। आज 19 सितंबर को रात्रि में चतुर्दशी तिथि व्यापत है जिस वजह से प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि एक ही दिन हैं। प्रदोष व्रत और शिवरात्रि में भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा का विधान है। आइए जानते हैं पूजा विधि, मुहूर्त और उपाय-प्रदोष व्रत मुहूर्त- त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ - सितम्बर 18, 2025 को 11:24 पी एम बजे त्रयोदशी तिथि समाप्त - सितम्बर 19, 2025 क...