हापुड़, जुलाई 12 -- श्रीमती ब्रह्मादेवी सरस्वती बालिका विद्या मन्दिर परिसर में स्थित समर्थ भारत गर्भविज्ञान परामर्श केंद्र में शिशु विकास अध्ययन कोर्स का प्रथम सत्र संपन्न हुआ। यह कोर्स 6 माह की अवधि का होगा, जो शून्य से लेकर पांच वर्ष की आयु के बच्चों की माताओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदा के चरणों में दीप प्रज्जवलित एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य माताओं को यह समझाना है कि जन्म से पांच वर्ष तक की आयु में बच्चों का सर्वांगीण विकास किस प्रकार से सबसे अधिक संभव होता है। इस चरण में उचित मार्गदर्शन एवं जागरूकता से बच्चों की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक क्षमताओं को सशक्त रूप से विकसित किया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान खेल खेल में माताओं को यह बताया गया कि शिशु मनोविज्ञ...