अमरोहा, जुलाई 24 -- संतोषी माता मंदिर महिला मंडल के संयोजन में स्थानीय श्रीराम जानकी मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा में कथा व्यास आकाश महाराज ने बुधवार को भगवान गणेश के जन्म का प्रसंग सुनाया। बताया कि गणेश जी को बुद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है। बताया कि कार्तिकेय और गणेश जी दोनों भगवान शिव व माता पार्वती के पुत्र हैं। एक बार माता पार्वती ने अपने शरीर की मैल से एक पुतला बनाया और उसे जीवित करने के लिए भगवान शिव की तपस्या की। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उस पुतले में जान डाल दी और इस तरह गणेश जी का जन्म हुआ। जब भगवान शिव ने गणेश जी को देखा, तो उन्होंने उन्हें नहीं पहचाना और गलती से उनका सिर काट दिया। माता पार्वती ने अपने पुत्र की मृत्यु के बाद भगवान शिव से उसे जीवित करने का अनुरोध किया। भगवान शिव ने अपने गणों को उत्तर दि...