अलीगढ़, अगस्त 30 -- अलीगढ़, संवाददाता। पक्की सराय स्थित बिहारी जी मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा में शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने महर्षि गौतम की तपस्या, कपटी ऋषियों की चाल, गंगा माता के अवतरण और त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति से जुड़ी कथा का श्रवण किया। कथा वाचक पंडित गोविंद महाराज ने बताया कि त्र्यंबक क्षेत्र में महर्षि गौतम की कठोर तपस्या से उनके आश्रम में हरियाली और जल की समृद्धि बनी रही, जिससे अन्य ऋषियों को ईर्ष्या हुई। षड्यंत्र के तहत एक मृत गौ को उनके आश्रम में डालकर उन्हें पापी घोषित किया गया। व्यथित गौतम ऋषि ने भगवान शिव की तपस्या की। भगवान शिव ने प्रसन्न होकर गौतम ऋषि को गंगा माता को पृथ्वी पर लाने का आदेश दिया। कठिन तपस्या से गंगा माता प्रकट हुईं और धरती पर अवतरित होकर पापों का शमन किया। तभी भगवान शिव ने त्र्यंबकेश्वर ...