अमरोहा, जुलाई 31 -- क्षेत्र के गांव शेखुपुर झकड़ी में बाबा लालचंद महाराज द्वारा स्थापित स्वामी रामप्रसाद उदासीन समाधि परिसर में चल रही शिव महापुराण कथा के नौवें दिन स्वामी राजेंद्र मुनि महाराज ने वृंदा के जीवन पर प्रकाश डाला। बताया कि वृंदा राक्षस कुल में जन्मी एक कन्या थी, लेकिन वह भगवान विष्णु की परम भक्त थी और उसका विवाह राक्षस जालंधर से हुआ था। जालंधर, वृंदा की पतिव्रता के कारण बहुत शक्तिशाली था और उसे कोई भी देवता हरा नहीं पा रहा था। देवताओं ने भगवान विष्णु से जालंधर का वध करने की प्रार्थना की तभी भगवान विष्णु को जालंधर का वध करने के लिए वृंदा की पवित्रता अर्थात पतिव्रत धर्म को भंग करना पड़ा, जिससे जालंधर की शक्ति नष्ट हो गई और भगवान शिव ने उसका वध कर दिया। इस दौरान स्वामी प्रवेश मुनि महाराज, कमलेश मुनि, धर्म मुनि, राम मुनि, सुंदर मु...