नई दिल्ली, जुलाई 16 -- Shivji Wedding Invitation Story: शिव महापुराण में शिवभक्ति और शिव महिमा को विस्तार से लिखा गया है। इसके प्रथम खंड के रुद्रसंहिता में शिवजी और मां पार्वती के विवाह का वर्णन हैं। बता दें कि पार्वती खंड के अथैकोनचत्वारिंशोअध्याय में नारद और ब्रह्माजी के बीच की वो बातचीत लिखी हुई है जिसमें वह याद कर रहे हैं कि जब शिवजी को लग्नपत्रिका मिली थी तो उन्होंने किस तरह इसे स्वीकार किया। साथ इसमें ये भी लिखा है कि उन्होंने किसके हाथों अपनी शादी का न्योता देवी देवताओं समेत बाकी लोगों को भिजवाया था? शिव महापुराण में भगवान शिव और मां पार्वती के विवाह से संबंधी कथाएं हैं। बता दें कि जब भगवान शिव को मंगलपत्रिका मिली तो वह जोर से हंस पडे़ और लग्नपत्रिका लाने वालों का खुशी और सम्मान के साथ स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सभी को लग्नपत्र...