उन्नाव, अक्टूबर 10 -- असोहा। अजयपुर गांव के कुटीबीर बाबा में नौ दिवसीय हनुमत रुद्र महायज्ञ एवं मानस वेदांत संत सम्मेलन आयोजित है। दूसरे दिन श्रीरामकथा में चित्रकूट से आए व्यास ज्ञानेश त्रिपाठी ने शिव विवाह का प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। कथा दौरान उन्होंने कहा कि मां पार्वती ने शिव जी को पाने के लिए राजमहलों का सुख छोड़ दिया। कठोर तप किया। शिवजी पहली पत्नी सती के विरह में माया मोह त्याग चुके थे। पार्वती से भी उन्होंने किसी राजकुमार से शादी करने की बात कही। परन्तु पार्वती ने अपने दृढ़ निश्चय से भोलेनाथ को मना लिया था। शिव की बारात में भूत, प्रेत, नाग व बैल आदि देखकर सभी भयभीत व चितिंत हो गए। पार्वती की मां मैनादेवी बहुत ही परेशान हो गईं। उनकी व्याकुलता देख भोलेनाथ ने सुंदर रूप धारण कर लिया, जिसे देख सभी प्रसन्न ह...