देवरिया, जुलाई 23 -- खुखुन्दू, हिन्दुस्तान संवाद। खुखुन्दू क्षेत्र के पिपरा खेमकरन गांव में आयोजित सात दिवसीय प्रतिष्ठात्मक यज्ञ व शिव गौरी प्राण प्रतिष्ठा के लिए भक्तों ने धूमधाम से गाजे बाजे के साथ भव्य कलश यात्रा मंगलवार को निकाली गई। कलश यात्रा के पूर्व आचार्य विकास तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार व विधि विधान से पूजन-अर्चन कराया। जिसके बाद पीले वस्त्रों में गांव सभी महिला पुरुष भक्तों ने भगवान शिव के जयरारे लगाते बरहज स्थित सरयू नदी पहुंचे और वहां से जल भरकर पुनः यज्ञ स्थल पर कलश स्थापन किया गया। श्री रामचरितमानस कथा के प्रथम दिन कथा वाचक पं. घनश्यामानंद ओझा ने कहा कि वेदों की मानें तो इस मानस की कथा चार स्थानों पर सुनाई गई है। सबसे प्रथम स्थान है काशी का अस्सी घाट काशी, ये वही मोक्ष दायिनी काशी है। जो भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित नगरी ...