कोडरमा, अक्टूबर 1 -- डोमचांच, निज प्रतिनिधि। शिवसागर कैंप दुर्गा पूजा के ऐतिहासिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। यहां वर्ष 1917 से बंगाली विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है। लगभग एक सदी से अधिक समय से यहां की पूजा भक्तिभाव और परंपरा के साथ लगातार होती आ रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, अंग्रेजों के जमाने में जब यहां सीएमआई कंपनी स्थापित थी, तब वर्द्धमान के बंगाली परिवारों ने इस पूजा की शुरुआत की थी। बताया जाता है कि वर्द्धमान निवासी अभय चक्रवर्ती ने शिवसागर कैंप में पहली बार मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा प्रारंभ की थी। तभी से यह स्थान डोमचांच क्षेत्र का ऐतिहासिक पूजा स्थल माना जाता है। आज भी इस पूजा की परंपरा उसी श्रद्धा और रीति-रिवाज के साथ निभाई जा रही है। खास बात यह है कि वर्तमान में भी अ...