देवघर, जुलाई 13 -- देवघर, प्रतिनिधि। सनातन संस्कृति की गहराई में उतरें, तो शिवलिंग केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांड की संरचना, चेतना और ऊर्जा का अत्यंत वैज्ञानिक और आध्यात्मिक चित्रण है। सनातन धर्म में आस्था,विश्वास व गूढ़ जानकारी रखने वाले तथा सनातन और विज्ञान दोनों को साथ लेकर चलने वाले पंडित नितेश कुमार मिश्रा ने कहा कि शिवलिंग का स्वरूप न केवल आध्यात्मिक उपासना का माध्यम है, बल्कि यह भारतीय ऋषियों द्वारा प्रकृति, ऊर्जा और चेतना के गूढ़ सिद्धांतों को सरलतम प्रतीकों के माध्यम से समझाने का एक उत्कृष्ट प्रयास है। उन्होंने कहा कि शिवलिंग विज्ञान, अध्यात्म व प्रकृति का त्रिवेणी संगम है। कहा कि सम्पूर्ण सृष्टि दो मौलिक तत्वों पर आधारित है, बिंदु (ऊर्जा) और नाद (ध्वनि)। शिवलिंग इन्हीं दोनों का प्रतीक है। जहां बिंदु चेतना की एकाग्र...