हापुड़, जुलाई 18 -- प्राचीन नक्का कुआं मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय श्री शिवमहापुराण पाठ का आठवां दिवस गुरुवार को श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। इस दौरान कथा व्यास द्वारा भगवान गणेश के विवाह प्रसंग का मार्मिक वर्णन किया गया, जिसे सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। व्यास पंडित सुरेश दत्त शर्मा ने बताया कि देवऋषि नारद के माध्यम से भगवान गणेश का विवाह सिद्धि और बुद्धि नामक कन्याओं से संपन्न हुआ। जिनसे आगे चलकर क्षेम और लाभ नामक दो पुत्र उत्पन्न हुए। इस प्रकार भगवान गणेश गृहस्थ जीवन में प्रविष्ट हुए। इसी बीच स्वामी कार्तिकेय जी तीर्थयात्रा से लौटकर आए और नारद जी से मिलकर माता-पिता द्वारा अपने साथ किए गए व्यवहार के बारे में सुना। नारद जी ने कार्तिकेय को बताया कि जब वे पृथ्वी की परिक्रमा में थे, उसी समय गणेश का विवाह कर दिया गया, जो नीत...