मुजफ्फर नगर, जुलाई 1 -- शहर में शिया सोगवारों ने सीनाजनी कर पांच मुहर्रम का जुलूस निकाला गया। जुलूस में ज़ुलजुना (इमाम का घोड़ा) बरामद हुआ। इमाम हुसैन की शहादत का जिक्र सुन शिया समाज के लोग ज़ार-ज़ार रोए। जायरीन जुलूस में आगे-आगे अलम और ताजिया लेकर चले। मुहर्रम का महीना चल रहा है। इस माह में शिया समाज के लोग हजरत अली के बेटे इमाम हुसैन और उनके परिवार की ओर से दीन की राह में किये गए बलिदान का जिक्र कर रोते हैं। मंगलवार शाम को मुहर्रम की पांच तारीख का जुलूस शहर के बकरा मार्केट, गढ़ी गोरवान मोहल्ला से निकाला गया। बल्लन मियां-अच्छन मियां के अजाखाने पर मजलिस हुई। मिम्बर-ए-रसूल से मौलाना गौहर अब्बास जैदी ने अहलेबैत का मर्तबा बयान किया। उन्होंने कहा कि अब से 1400 साल पहले कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन ने अपने नाना के दीन को बचाने के लिए राहे खुदा...
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