शिमला, मार्च 24 -- राजधानी शिमला के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल में ईद-उल-फितर को लेकर जारी एक आदेश से विवाद खड़ा हो गया। स्कूल प्रशासन ने नर्सरी से दूसरी कक्षा तक के छात्रों के लिए 28 मार्च को ईद मनाने का कार्यक्रम तय किया था और इसमें छात्रों को कुर्ता-पायजामा और टोपी पहनकर आने के लिए कहा गया था। इसके साथ ही टिफिन में सेवइयां लाने की भी सलाह दी गई थी। इस फरमान के सामने आते ही हिंदू संगठनों ने कड़ा ऐतराज जताया। देवभूमि संघर्ष समिति ने इसे हिंदू संस्कृति के खिलाफ साजिश करार देते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया। समिति के संयोजक भारत भूषण ने कहा कि यह भारत के संविधान की धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के विरुद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्कूल ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया गया तो संगठन स्कूल का घेराव करेगा और कानूनी कार्रवाई भी करेगा। भारत भूषण ने इस...