रांची, अगस्त 5 -- तोरपा, प्रतिनिधि। झारखंड आंदोलन के जननायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार, आंदोलन और संघर्ष आज भी लोगों के मन में जीवित हैं। गरीब, वंचित और आम जनता के हक-अधिकार की बुलंद आवाज रहे गुरुजी ने अपने बेबाक विचारों और जोशीले भाषणों से लोगों को जागरूक किया और प्रशासनिक तंत्र को भी कटघरे में खड़ा किया। तपकरा गोलीकांड पर जताया था गहरा शोक: गुरुजी का तोरपा से विशेष लगाव रहा। कई मौकों पर उनका आगमन हुआ। दो फरवरी 2001 को तपकरा पुलिस फायरिंग की खबर मिलते ही वे तुरंत तपकरा पहुंचे। इस गोलीकांड में आठ आंदोलनकारी मारे गए थे। घटना से व्यथित दिशोम गुरु ने कहा था, तपकरा गोलीकांड झारखंड के इतिहास का काला दिन है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने मारे गए आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि सिर्फ प...
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