गिरडीह, अगस्त 5 -- अजय भंड़ारी पीरटांड़। पीड़ित शोषित वंचित तथा दबे कुचले की आवाज झारखण्ड आंदोलन के अग्रणी नेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पारसनाथ के जंगलों से गहरा संबंध रहा है। पारसनाथ पहाड़ की तराई सुदूरवर्ती क्षेत्र सतकटिया में बसेरा बनाकर शिबू सोरेन ने सूदखोरी व महाजनी प्रथा के विरुद्ध रणनीति बनाई थी। मामूली पंचायती से लेकर लोकसभा तक पहचान बनानेवाले शिबू सोरेन पीरटांड़ में न केवल सूदखोरी व महाजनी प्रथा से मुक्ति दिलाई बल्कि नशामुक्ति, खेती व शिक्षा के प्रति जागरुकता लाने का काम किया। बताया जाता है कि झारखण्ड आंदोलन के पथप्रदर्शक दिशोम गुरु शिबू सोरेन की पीरटांड़ की धरती से स्वर्णिम यादगार जुड़ा है। शिबू सोरेन के नेतृत्व में सूदखोरी व महाजनी प्रथा के विरुद्ध आंदोलन पीरटांड़ के आदिवासियों को एकजुट कर दिया। शोषित वंचित के हक हक़ूक़ की लड़ाई में पीरट...