जमुई, जुलाई 11 -- जमुई। कार्यालय संवाददाता हर व्यक्ति की सफलता के पीछे गुरु का हाथ होता है। गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है। गुरु को उजाले का दीप माना जाता है। गुरु के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा है। गुरु के सहयोग से ही हर व्यक्ति सफल बनता है। शिक्षा तथा संस्कार दोनों की प्राप्ति एक साथ हम केवल गुरु से ही प्राप्त कर सकते है। गुरु हमारे लिए इंजन का काम करते है। जिस प्रकार बिना इंजन गाड़ी नहीं चल सकती है। उसी प्रकार हमारा जीवन भी नहीं चल सकता है। उक्त बातें स्वामी निरंजनानंद योग केंद्र जमुई में गरू पुर्णिमा के अवसर आयोजित कार्यक्रम में डीएम श्री नवीन एवं एसपी विश्वजीत दयाल की उपस्थिति में स्वामी आत्मस्वरूप ने कही। उन्होंने कहा कि गुरु का होना अंधकार में दीप के जैसे होते है। जो खुद जलकर दूसरो को उजागर करते है। जिस प्रकार सम्पूर्ण विश्व ...