सहरसा, फरवरी 15 -- सहरसा, नगर संवाददाता। जिले के शिक्षा विभाग में कार्यरत आउट सोर्सिंग डीपीएमयू एवं बीपीएमयू के शिक्षाकर्मियों की आयोजित बैठक में शिक्षाकर्मियों ने विभाग के निर्देश को तानाशाही फरमान बताते हुए आक्रोश व्यक्त किया।अधिकारी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि कहा कि शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी द्वारा दिए गये बयान से शिक्षाकर्मियों के सामने असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो गयी है। बैठक में मौजूद लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग में एक वरीय अधिकारी ने यह निर्देश दिया कि आगामी 31 मार्च तक बीपीएमयू और डीपीएमयू के कर्मचारियों की सेवा समाप्त हो जाएगी। इस बयान के बाद से ही शिक्षा विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों के बीच अपने भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है। सभी ने कहा कि राज्य सरकार की पहल पर ही हर जिले में शैक्षण...