मुंगेर, नवम्बर 12 -- मुंगेर, निज प्रतिनिधि। जिले में भले ही बेहतर शिक्षा व्यवस्था की बातें हो रही हो, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। जिले दर्जनों ऐसे विद्यालय संचालित है,जहां शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की कमी नहीं है, लेकिन शिक्षक व छात्र छात्राओं के लिये बैठने की जगह ही नहीं है। कहीं एक वर्ग कक्ष में एक से आठ तक की पढ़ाई हो रही है, तो कहीं दो या फिर तीन वर्ग कक्ष में विद्यालय संचालित हो रहा है। जबकि ऐसे विद्यालय में हर घंटी शिक्षक बैठकर समय बिता रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि ऐसी व्यवस्था की जानकारी शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को भी है, बावजूद इस ओर कोई कारगर कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे में विद्यालय में नामांकित नौनिहालों का भविष्य अधर में है। भवन आभाव वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापक स्कूल की समस्याओं से वरीय अधिकारियों को अवगत कर...