बागेश्वर, मई 28 -- शिक्षा के साथ बच्चों की सोच, समझ, संवेदनशीलता और रचनात्मकता को विकसित करना भी जरूरी है। इसी उद्देश्य से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) बागेश्वर में आयोजित थिएटर इन एजुकेशन विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया है। इस कार्यशाला में डायट के 55 डीएलएड प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षुओं ने कहानी कहने की कला, भावनाओं की अभिव्यक्ति और प्रॉप्स और साउंडस्केप के प्रयोग पर कार्य किया। नाटक, अभिनय, भाव-भंगिमा, और विभिन्न संसाधनों के उपयोग के माध्यम से यह सीखा कि कैसे एक शिक्षक अपनी कक्षा को जीवंत और संवादपूर्ण बना सकता है। प्रशिक्षुओं ने महसूस किया कि थिएटर एक शिक्षक के लिए न केवल शिक्षा का साधन है, बल्कि यह बच्चों की सोच और संवेदनशीलता को जागृत करने का एक सशक्त माध्यम भी है। गतिविधियों में कविता प्रस्तुति के...