देहरादून, मई 21 -- देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा की शिक्षा मंत्री की स्मरण शक्ति बेहद कमजोर है, उन्हें दो महिने पहले सदन में स्वयं दिया वक्तव्य भी याद नहीं रहता है। आर्य ने कहा कि उनका एक बयान अखबारों में छपा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि प्रधानाचार्य पदों की भर्ती कांग्रेस विधायकों के विरोध के कारण रुकी है। मीडिया को जारी बयान में नेता प्रतिपक्ष ने साफ किया कि सदन में मंत्री ने नियम 58 के जबाब देते हुए कहा था कि प्रदेश के 58 विधायकों ने प्रधानाचार्य भर्ती परीक्षा का विरोध किया था। नेता प्रतिपक्ष ने शिक्षा मंत्री से पूछा कि कांग्रेस के वर्तमान में 20 विधायक हैं, यदि सभी ने विरोध में पत्र लिखा है तो मंत्री को बताना चाहिए कि पत्र लिखने वाले बाकी 38 विधायक कौन थे? आर्य ने कहा कि विभाग के विभिन्न संवर्गों में से चुनिंदा अभ्यर्थियों...