लखनऊ, जून 14 -- लखनऊ की अदबी हस्तियों का जब भी जिक्र होगा प्रो. आसिफा जमानी हमेशा याद आएंगी। पढ़ने और पढ़ाने के शौक ने उन्हें समाज में बड़ी शोहरत दिलाई। उन्होंने उस दौर में शिक्षा का महत्व समझा जब महिलाओं के घर से निकलने पर तमाम पाबंदिया थीं। समाज के तमाम विरोध को दरकिनार कर महिला सशक्तीकरण की नई इबारत गढ़ी। उनकी कामयाबी से उन तमाम लोगों की बोलती बंद हो गई जो महिलाओं की जिंदगी चूल्हे-चौके तक ही सीमित समझते थे। बहुत कम लोग जानते हैं कि वह शिक्षिका, लेखिका के अलावा एक कामयाब रंगकर्मी भी थीं। करीब 40-45 वर्षों तक आकाशवाणी की ए श्रेणी की कलाकर रहीं। 22 मार्च 1942 को लखनऊ में जन्मी आसिफा जमानी का विवाह पूर्व मंत्री स्व. मो एजाज रिजवी के साथ हुआ था। उनकी बेटी स्व. प्रो. आयशा एजाज उर्फ शीमा रिजवी लखनऊ विश्वविद्यालय में उर्दू की विभागाध्यक्ष और ए...
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