घाटशिला, दिसम्बर 22 -- गालूडीह, संवाददाता। गालूडीह स्वर्णरेखा नदी किनारे रविवार को भारतीय आदिवासी भूमिज समाज का मिलन समारोह सह वनभोज का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ उल्दा के लाया दिलीप सिंह के द्बारा पूजा-अर्चना कर की गई। इसके बाद शहीद गंगा नारायण सिंह के गांव की रहने वाली यमुना सिंह नामक युवती ने गंगा नारायण सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अंग्रेजों और जमींदारों के अत्याचार से मुक्ति को लेकर उन्होंने 1832 में आवाज उठाएं और उन्होंने आदिवासियों को संगठित किया। अंग्रेज अधिकारियों और जमींदारों की व्यवस्था का विरोध किया। यमुना सिंह ने कहा कि उनके बलिदान को समाज नहीं भूले। केंद्रीय महासचिव दिनेश सिंह सरदार ने कहा कि समाज की इकाई परिवार होता है। झारखंड का 25 वर्ष पूरा हो गया है। 32 जनजातीय के उत्थान और उसके रीति-रिवाजों को...