मुंगेर, नवम्बर 16 -- मुंगेर, एक संवादाता। बिहार विधानसभा चुनाव- 2025 के अप्रत्याशित और निर्णायक परिणामों ने राज्य की राजनीतिक दिशा को नए सिरे से परिभाषित किया है। जनता द्वारा नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए को भारी बहुमत मिलने से राजनीतिक विश्लेषकों, सामाजिक शोधकर्ताओं में नई चर्चाओं को जन्म दिया है। मतदाताओं का झुकाव विकास, स्थिर शासन और प्रशासनिक निरंतरता की ओर दिखाई पड़ा, जबकि महागठबंधन जनता का व्यापक भरोसा अर्जित करने में असफल रहा। इन परिवर्तित राजनीतिक रुझानों और मतदाता मनोविज्ञान को समझने के लिए विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने-अपने दृष्टिकोण से टिप्पणियां दी है। शिक्षाविदों की प्रतिक्रिया बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एक सकारात्मक बदलाव यह देखने को मिला कि महिला मतदाताओं की उपस्थिति मतदान केंद्रों पर उल्लेखनीय रूप से बढ़ी। महिलाएं अब र...