बरेली, फरवरी 19 -- किसी भी शैक्षिक संस्थान के संचालन में जितनी अहम भूमिका शिक्षकों की होती है, उतनी ही शिक्षणेत्तर कर्मियों की भी रहती है। यह दूसरी बात है कि इन कर्मचारियों के साथ हमेशा ही सौतेला व्यवहार किया जाता है। स्थानीय स्तर पर यह कर्मचारी एसीपी (एश्योर्ड कॅरियर प्रोग्रेशन) प्रकरणों के निस्तारण, एरियर भुगतान, वेतन बिल, प्रमोशन जैसे मुद्दों को लेकर जूझ रहे हैं। एक के बाद एक अधिकारी और पटल सहायक बदलते रहे मगर इन लोगों की किस्मत नहीं बदली है। बरेली जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत 78 एडेड स्कूलों का संचालन हो रहा है। इनमें तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में लगभग 500 शिक्षणेत्तर कर्मचारी काम कर रहे हैं। किसी जमाने में इनकी संख्या 700 से 800 के बीच होती थी। धीरे-धीरे कर कर्मचारी सेवानिवृत्त होते गए। शासन स्तर पर आखिरी बार वर्ष 2007-08 म...