विशेष संवाददाता, जून 13 -- उत्तराखंड बेसिक शिक्षक भर्ती में एनआईओएस डीएलएड को शामिल करने की छूट का लाभ उठाकर कई अपात्र भी काउंसलिंग में शामिल हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 24 मई को हुई एनआईओएस और सरकारी डायट डीएलएड की संयुक्त काउंसलिंग में ऐसे कुछ लोगों को नियुक्ति पत्र भी मिल गए। ये वो लोग हैं जिन्होंने एनआईओएस के मार्फत डीएलएड तो वर्ष 2017 ये 19 के बीच किया, लेकिन टीईटी का प्रमाणपत्र वर्ष 2013 का लगाया है। मामले का खुलासा होने पर बेसिक शिक्षा निदेशक अजय कुमार नौडियाल ने प्रदेश के सभी डीईओ-बेसिक को ऐसे सभी मामलों को चिह्नित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। फिलहाल प्रदेश में ऐसे 50 के करीब मामले निदेशालय की जानकारी में आए हैं। इनकी संख्या अभी बढ़ सकती हैयूं हुआ खुलासा 24 मई की काउंसलिंग में कुछ अभ्यर्थियों ने वर्ष 2017 से पहले टी...