जमशेदपुर, नवम्बर 8 -- स्कूलों में पढ़ाने के लिए अब शिक्षक होना ही काफी नहीं है, बल्कि लगातार ट्रेनिंग लेना भी जरूरी है। नई शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षकों को तैयार करने के लिए अनिवार्य रूप से 50 घंटे की ट्रेनिंग का नियम लागू किया गया है। इसके मुताबिक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अपने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों के लिए नया नियम जारी किया है। इसके तहत सभी शिक्षकों को प्रोफेशनल स्किल को और बेहतर करने के लिए ट्रेनिंग लेनी होगी। एनसीईआरटी ने अब शिक्षकों के लिए 90 विषय पर अलग-अलग ट्रेनिंग कोर्स लॉन्च कर दिया है, जिसे दीक्षा एप पर ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। इस ट्रेनिंग रूल के तहत हर शिक्षकों को हर साल कम से कम 50 घंटे की लगातार प्रोफेशनल डेवलपमेंट ट्रेनिंग लेनी होगी। इसमें से आधी ट्रेनिंग सीबीएसई या किसी सरकारी ...