देहरादून, सितम्बर 11 -- चॉकडाउन हड़ताल स्थगित करने के बाद शिक्षकों ने स्कूलों में पढ़ाना भले ही शुरू कर दिया है, लेकिन बाकी कामों से हाथ खींच लेने ने नया संकट खड़ा कर दिया है। बोर्ड परीक्षा पुनर्मूल्यांकन का अभी तक नहीं हो पाया है। कई स्कूलों में बोर्ड परीक्षा के फार्म तक नहीं भरे जा सके हैं। साथ ही अन्य शिक्षणेत्तर गतिविधियां भी आंदोलन की वजह से प्रभावित हो रही हैं। राजकीय शिक्षक संघ ने आंदोलन को लेकर सभी जिला और ब्लॉक कार्यकारिणियों को निर्देश जारी किए हैं। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान का कहना है कि सभी शिक्षक पढ़ाने का मूल काम कर रहे हैं। आंदोलन के तहत बाकी अन्य कार्यों से शिक्षकों ने खुद को अलग रखा है। राज्यभर से शाखा, ब्लॉक और जिला इकाई से इस संबंध में पत्र भी आ रहे हैं कि उनके यहां शिक्षकों ने पढ़ाई के अलावा दूसरी जिम्मेदारि...