बक्सर, मार्च 31 -- पेज चार पर बॉटम, पटना का प्लान ---- गौरव से गर्दिश तक 1972 में समाजसेवी चंद्रदेव प्रकाश सिन्हा ने की थी स्कूल की स्थापना स्कूल में 30 से अधिक शिक्षकों की जरूरत, अभी मौजूद हैं 14 शिक्षक दो दशक पहले थी 300 छात्रों की संख्या, अब बढ़कर हो गई है 1750 फोटो- अमरनाथ केसरी फोटो संख्या- 15, कैप्सन- डुमरांव का सीपीएसएस हाईस्कूल का भवन। डुमरांव। डुमरांव के हरिजी के हाता में संचालित सीपीएसएस हाईस्कूल का इतिहास गौरवशाली रहा है। 1972 में इसकी स्थापना समाजसेवी चंद्रदेव प्रकाश सिन्हा ने की थी। इस कारण यह स्कूल उनके नाम से प्रसिद्ध हुआ। इस स्कूल में पढ़ना विद्यार्थियों के लिए गौरव का विषय हुआ करता था। लेकिन, आज यह शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। स्कूल को सरकारी दर्जा मिलने के बाद निरंतर छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ती गई। फिर प्लस टू का दर्जा...