लखनऊ, फरवरी 16 -- रहमान खेड़ा संस्थान और आसपास के जंगलों में बीते चार दिनों से बाघ की गतिविधियां नहीं पायी जा रही हैं। जबकि वन विभाग ने संस्थान के जोन एक, दो व तीन में बाघ की तलाश में दिन-रात सघन कॉम्बिंग कराई गई। लेकिन बाघ की लोकेशन नहीं मिली। ऐसी स्थिति में बाघ के एक बार शिकार की तलाश में आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इससे ग्रामीणों में एक बार दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों को जागरूक करते हुए जल्द बाघ रेस्क्यू किए जाने का आश्वासन दिया जा रहा है। ऐसे में एक बार फिर जंगल से बाहर निकला बाघ शिकार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचने की कोशिश में है। इससे ग्रामीणों में बाघ की दहशत बरकरार है। वन विभाग के अधिकारियों की ओर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि बाघ संस्थान से निकलकर बंशीगढ़ी जंगलों में पहुंचा है और गोमती नदी के...