लखनऊ, फरवरी 1 -- - पत्रकार वार्ता कर जानकारी दी लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यावहारिक अर्थशास्त्र विभाग में शिक्षक प्रो. बिमल जायसवाल ने कहा कि उन पर तथ्यों को छुपाकर नौकरी हासिल करने के आरोप निराधार हैं। शिकायतकर्ता ने विश्वविद्यालय के गोपनीय दस्तावेजों को चोरी कर झूठी शिकायत की थी। जिस पर शासन की ओर से गठित जांच समिति को उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया है। प्रो. बिमल ने शुक्रवार को विवि स्थित अपने कमरे में पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शिकायत में मेरे पिता की जो आमदनी दिखाई गई है वह वेतन से होने वाली आमदनी है। जबकि क्रीमी लेयर में वेतन नहीं जोड़ा जाता। इसलिए हम नॉन क्रीमी लेयर में ही आते हैं। शिकायत में मुझ पर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया, जबकि मैं नियुक्ति की किसी भी प्रक्रिया का कभी हिस्सा नहीं रहा। र...