नई दिल्ली, सितम्बर 8 -- नई दिल्ली, अरविंद सिंह। चलती ट्रेन में बासी या खराब भोजन की शिकायतों के मामलों में रेलवे 70 फीसदी से अधिक कैटरिंग ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं करता। आईआरसीटीसी केवल 20 फीसदी ठेकेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाती है, जबकि बाकी ठेकेदारों को चेतावनी देकर या बेहतर काम करने की सलाह देकर छोड़ दिया जाता है। रेल मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में आईआरसीटीसी को भोजन की गुणवत्ता से संबंधित कुल 6,645 शिकायतें मिलीं। इनमें से केवल 1,341 मामलों में ठेकेदारों पर जुर्माना लगाया गया, 2,995 मामलों में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया और 1,547 मामलों में ठेकेदारों को गुणवत्तापरक भोजन उपलब्ध कराने की सलाह देकर माफ कर दिया गया। शेष 762 मामलों में अन्य अनुशासनात्मक और सुधारात्मक कदम उठाए गए। रेलवे के एक...