बिजनौर, अगस्त 13 -- महात्मा विदुर सभागार में डीएम जसजीत कौर ने आइजीआरएस से संबंधित कार्यों की समीक्षा की और निर्देशित किया कि शिकायतों के निस्तारण को पूर्ण गंभीरता और गुणवत्ता के साथ पूरा करें। डीएम ने कहा कि उसी शिकायत के निस्तारण को निस्तारित माना जाएगा, जिस पर शिकायतकर्ता की संतुष्टि प्राप्त हो। मौके पर जांच करने से पूर्व शिकायतकर्ता और जिनके विरुद्ध शिकायत की गई दोनों पक्षों को सूचित करें, इसके बाद ही जांच की प्रक्रिया को पूर्ण करें। निर्देश दिए कि यदि शिकायत का प्रकरण अदालत में विचाराधीन है तो शिकायतकर्ता को उसके बारे में संज्ञानित करते हुए निस्तारण न होने का स्पष्ट कारण बताएं और उसकी संतुष्टि भी प्राप्त कर लें। इन कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी जिलाधिकार...