अमरोहा, जनवरी 28 -- हजरत शरफुद्दीन शाह विलायत रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के सिलसिले में महफिल का आयोजन किया गया। कव्वालों ने बेहतरीन सूफियाना कलाम सुनाकर अकीदतमंदों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दुआ के बाद लंगर का वितरण किया गया। शहर के मोहल्ला काली पगड़ी में मुश्ताक अहमद साबरी के आवास पर सजी नूरानी महफिल की शुरुआत कलाम-ए-इलाही के बाद नात-ए-रसूल पढ़कर की गई। दरगाह मियां मौज के सज्जादा नशीन हादी मियां जाफरी ने बुजुर्गों की तालीमात को समाज में आम करने पर जोर दिया। कहा कि अमरोहा में इन बुजुर्गों के साए की बदौलत ही अमन-चैन कायम है, जिसे बरकरार रखना हम सभी लोगों की जिम्मेदारी है। कहा कि हजरत शाह विलायत की बस्ती अमरोहा हर दौर में फ़ितनों से महफूज रही है दुनिया में हालात कुछ भी रहे लेकिन अमरोहा से इत्तेहाद और इत्तेफाक का पैगाम हमेशा आम होता रहा। इसके ब...