सुल्तानपुर, जुलाई 21 -- दोस्तपुर, संवाददाता। मुगलकालीन धरोहर और ऐतिहासिक महत्व रखने वाला मझुई नदी पर स्थित शाहीपुल अब पूरी तरह जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। करीब 500 वर्ष पहले बने इस पुल की दीवारों में गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। किनारे टूट गए हैं और सड़क की हालत इतनी खराब हो गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। पुल की सतह पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे वाहन चालकों और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इस मुद्दे को हिंदुस्तान ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद प्रशासन हरकत में तो आया, लेकिन जिम्मेदारों ने केवल खानापूर्ति कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान ली। पुल की मरम्मत के नाम पर सिर्फ गिट्टी और राबीश डाल दी गई, ऊपरी लेयर पर डामर की परत तक नहीं डाली गई। इससे न तो गड्...
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