भागलपुर, नवम्बर 8 -- शाहकुंड, एक संवाददाता। पिछले दिनों तूफान के कारण तेज हवा और बारिश से धान की फसल की बर्बादी अब दिखने लगी है। कई जगह गिरी हुई धान की फसलों में अंकुरण होने लगा है। प्रखंड के भूधरनी गांव निवासी विरेन्द्र झा ने कहा कि प्रकृति की इस मार से किसानों के मुंह का निवाला छीन गया है। यही नहीं प्रखंड के बेल्थू, मकंदपुर सहित अन्य पंचायतों के चौर क्षेत्रों में जहां बाढ़ से धान की फसल नष्ट हो गई थी, उन क्षेत्रों में किसानों द्वारा ज्यादातर मक्के और कुछ गेहूं की बुआई की गई थी। लेकिन ये दोनों फसलें पानी से डूबने की वजह काफी नुकसान हुआ है। इन किसानों को बाढ़ के बाद यह आर्थिक क्षति झेलनी पड़ रही है। अब इन किसानों को दुबारा बुआई करनी होगी।

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