अलीगढ़, जुलाई 30 -- अलीगढ़। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व न्यायमित्र इंदिरा जयसिंह ने सुप्रीम कोर्ट से सहमति से शारीरिक संबंध बनाने के लिए वैधानिक उम्र 18 वर्ष से घटाकर 16 वर्ष करने का अनुरोध किया है, ताकि किशोरों के बीच आपसी सहमति से बने संबंधों को अपराध न माना जाए। इस क्रम में वैदिक ज्योतिष संस्थान के तत्वाधान में स्वामी पूर्णानंद पुरी महाराज ने प्रेसवार्ता कर विरोध दर्ज किया। डॉ दिव्या गुप्ता ने बताया कि एक तरफ देश विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है वहीं दूसरी ओर समय पूर्व बच्चियों के शारीरिक संबंध से न केवल शारीरिक बल्कि सामाजिक और मानसिक अक्षमतायें भी जन्म लेंगी। उन्होंने बताया की गुरुकुल पद्धति के अनुसार चार आश्रम का वर्णन किया गया है जिनकी अलग अलग आयु निर्धारित की गयी है और वह पद्धति भारत ही नहीं अपितु विश्व में सर्वश्...