वाराणसी, अक्टूबर 9 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। शस्त्र पूजन शक्ति और साहस का प्रतीक है। शस्त्र का विवेक पूर्ण उपयोग हमें शास्त्रों से सीखने को मिलता है। इसलिए शस्त्र और शास्त्र का सामंजस्य जरूरी है। ये बातें कैंटोंमेंट स्थित एक होटल में क्षत्रिय धर्म संसद काशी की ओर से बुधवार को शस्त्र पूजन कार्यक्रम में पूर्व कुलपति प्रो. हरेंद्र कुमार सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि कहीं। अध्यक्षता करते हुए कपिल सांख्य योग पीठ के पीठाधीश्वर अभय सिंह ने कहा कि शस्त्र पूजन धर्म और न्याय की रक्षा का प्रतीकात्मक कार्य है। विशिष्ट अतिथि पूर्व शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह ने कहा शस्त्र पूजन हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस मौके पर प्रवीण सिंह, प्रो. धर्मेंद्र सिंह, डॉ. रमेश सिंह, संजीव कुमार सिंह, अरुण सिंह, डॉ. केके सिंह, डॉ. राममूर्ति सिंह, ड...