रामपुर, सितम्बर 27 -- भ्रष्टाचार में पदानवत तत्कालीन सीओ सिटी विद्या किशोर शर्मा का रसूख कभी शासन तक बड़ा मजबूत था। यही वजह थी कि मऊ के एक कारोबारी को अवैध रूप से उठाने और चार दिन तक हिरासत में रखने के बाद उनका प्रशासनिक आधार पर रामपुर से ट्रांसफर हुआ था लेकिन, मजबूत पकड़ के चलते स्थानांतरण निरस्त करा दिया गया था। रामपुर में सीओ सिटी रहे विद्या किशोर शर्मा उस वक्त बहुत चर्चाओ में रहे थे। आरोप यहां तक लगे थे कि एक बड़े अफसर के कहने पर मऊ के एक कारोबारी को उठाया था, जिसे रामपुर में पहले एक थाने और बाद में एक होटल में चार दिन तक अवैध रूप से हिरासत में रखा। बताया जाता है कि उस अफसर का इस कारोबारी के साथ प्रॉपर्टी डीलिंग का सौदा था, जिसके एक करोड़ रुपये दिलवाए गए थे। यह मामला जब उछला तब प्रशासनिक आधार पर सीओ का रामपुर से तबादला किया गया था लेकिन, ...