नई दिल्ली, नवम्बर 22 -- भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) के. संजय मूर्ति ने विभिन्न क्षेत्रों में शासन को आकार देने में युवा सिविल सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हुए विकसित भारत के लिए तीन प्रमुख स्तंभों को रेखांकित किया। मूर्ति ने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पहुंच का विस्तार करना, डाटा-संचालित शासन को बढ़ावा देना और वित्तीय प्रबंधन में संस्थागत परिपक्वता को मजबूत करना तीन प्रमुख स्तंभ हैं। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) में 100वें 'कॉमन फाउंडेशन कोर्स' में विकसित भारत पर व्याख्यान देते हुए यह बात कही। मूर्ति ने 660 प्रतिभागी प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए बताया कि किस प्रकार डेटा-संचालित शासन संस्थागत जवाबदे...
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