रामपुर, दिसम्बर 25 -- रामपुर, संवाददाता। वर्ष 1992 में फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका बनी पाकिस्तानी नागरिक के मामले में शिक्षा विभाग की लापरवाही कहें या शासन के आदेश की अवहेलना। शासन से आए आदेश के करीब एक सप्ताह बाद भी शिक्षा विभाग की तहरीर दो थानों के बीच ही भटक रही है। मगर अभी तक केस दर्ज नहीं करा पाए हैं। मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला आतिशबाज निवासी अख्तर अली की बेटी फरजाना उर्फ माहिरा अख्तर से जुड़ा है। फरजाना ने 17 जून 1979 को पाकिस्तान निवासी सिबगत अली से निकाह किया था, जिसके बाद वह पाकिस्तान चली गई और वहां की नागरिकता प्राप्त कर ली। पाकिस्तान में उसने दो बेटियों फुरकाना और आलिमा को जन्म दिया। निकाह के करीब तीन साल बाद पति द्वारा तलाक दिए जाने पर वह दोनों बेटियों के साथ रामपुर अपने मायके लौट आई। वीज...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.