आदित्यपुर, सितम्बर 6 -- ग़म्हरिया।आनन्द मार्ग प्रचारक संघ की ओर से जिले के सरायकेला, खरसावां, सीनी, गम्हरिया, आदित्यपुर, कांड्रा, चांडिल, नीमडीह, राजनगर के आनंदमार्ग यूनिट में शनिवार को कौशिकी दिवस का आयोजन किया गया। बताया गया कि आनन्द मार्ग के प्रवर्तक श्रीश्री आनन्दमूर्ति जी ने 6 सितंबर 1978 को कौशिकी नृत्य का प्रवर्तन किया था। कौशिकी नृत्य की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए आनन्द मार्ग प्रचारक संघ सराईकेला खरसवाँ के भुक्ति प्रधान गोपाल बर्मन ने कहा कि भगवान श्री श्री आनंदमूर्ति जी कौशिकी नृत्य के जन्मदाता हैं। यह नृत्य शारीरिक और मानसिक रोगों की औषधि है। विशेषकर महिला जनित रोगों के लिए रामबाण है। इस नृत्य के अभ्यास से 22 रोग दूर होते हैं। सिर से पैर तक अंग-प्रत्यंग और ग्रंथियों का व्यायाम होता है। मनुष्य दीर्घायु होता है। कहा कि यह नृत्य म...