शामली, अप्रैल 20 -- प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था 'चेतना के तत्वावधान में 'शाम ए इकबाल ए शहर का आयोजन किया गया। जिसमें इकबाल ए शहर को 'चेतना श्री की उपाधि से सम्मानित किया गया। शामली शहर की कमला कॉलोनी स्थित लायंस भवन में शुक्रवार की रात को शाम ए इकबाल ए शहर कार्यक्रम की अध्यक्षता डाक्टर मोहन लाल गुप्ता और संचालन प्रोफेसर विनोद अश्क ने किया। अंतर्राष्ट्रीय शायर जिनके बिना आजकल मुशायरे अधूरे समझे जाते हैं कि उन्हें शामली में चेतना श्री की उपाधि से सम्मानित किया गया। उनकी मशहूर नजम 'उर्दू है मेरा नाम, मैं खुसरो की पहलेली की सभी ने बहुत प्रशंसा की। कार्यक्रम में शायर इकबाल अशहर ने कुछ सुनाया कि मैं गुलक तोड़कर वापिस गया तो वो गुडियो और मंहगी हो गई थी, मुद्दतों बाद मयस्सर हुआ मां का आंचल, मुद्दतों बाद हमें नींद सुहानी लगी, अजीम लोग थे टूटे तो इक व...