अमरोहा, मार्च 19 -- हजरत इमाम हसन मुज्तबा के जश्ने विलादत पर शिया काउंसिल अमरोहा के संयोजन में शहर के मोहल्ला हक्कानी स्थित इमामबाड़ा दरबार-ए-शाह अबुल हसन में सोमवार रात महफिल का आयोजन किया गया। शायरों ने जहां एक से बढ़कर एक कलाम सुनाकर श्रोताओं की खूब वाहवाही हासिल की तो वहीं उलेमाओं की जुबानी इमाम की जिंदगी से जुड़े वाक्यात सुनकर फिजा से भी नूर बरसने लगा। महफिल की शुरुआत मौलाना मंजर अब्बास सिरसीवी ने तिलावते कलामे पाक से की जबकि नात शरीफ का नजराना मिर्जा अनस अमरोहवी ने पेश किया। सबसे पहले तकरीर करते हुए मौलाना मीर असद अली ने इमाम की जिंदगी पर रौशनी डाली और आपकी तालीमात पर अमल करने की ताकीद की। वहीं, एएमयू से आए प्रोफेसर आबिद अली खान, मोहम्मद अब्बास आबिदी उर्फ मुन्ना, सैय्यद अस्करी रजा एडवोकेट, हबीब अहमद, मोहम्मद आदिल अब्बासी, दरगाह मिया...