कटिहार, जुलाई 6 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल एकादशी को पड़ने वाली देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह दिन न केवल भगवान विष्णु की योगनिद्रा का आरंभ है, बल्कि चातुर्मास की शुरुआत भी मानी जाती है । वह अवधि जब संसार की जिम्मेदारी शिव को सौंपी जाती है और सभी मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। आचार्य अंजनी कुमार ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष तिथि की शुरुआत 5 जुलाई को शाम 6:58 बजे से हो रही है, जबकि समापन 6 जुलाई को रात 9:14 बजे तक होगा। उनके अनुसार, उदया तिथि को व्रत रखने की परंपरा के अनुसार, व्रत 6 जुलाई रविवार को रखा जाएगा। इस दिन भक्त भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। व्रतधारियों को 7 जुलाई सुबह 5:29 से 8:16 के बीच पारण करना चाहिए। शुभ संयोगों की वर्षा इस बार देवशयनी एकादशी पर त्...