कानपुर, फरवरी 20 -- कानपुर। शिया उलमा बोर्ड की पटकापुर में हुई बैठक में शादियों में फिजूलखर्ची को रोकने का फैसला लिया गया। इसके लिए दिशा निर्देश तैयार किए जाएंगे और फिर बोर्ड उलमा व जाकिरों (मजलिस बयान करने वाले) के माध्यम से इसे उन तक पहुंचाया जाएगा। गुरुवार को हुई बैठक में बोर्ड सचिव मौलाना अलमदार हुसैन ने कहा कि आपसी मतभेदों को दूर किया जाएगा। मजलिसों में पहले क़ुरआन ख़्वानी की रवाएत थी, जो अब ख़त्म हो गई है, इसे दोबारा शुरू किया जाएगा। यहां बोर्ड के सदर मौलाना नसीम अब्बास, मेज़बानी मौलाना हामिद हुसैन ने की। यहां मौलाना हाफ़िज़ शाहिद बाक़री, मौलाना अजहर अब्बास नकवी, मौलाना सत्तार आदि मौजूद रहे।

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