नई दिल्ली, जुलाई 18 -- दिल्ली की सड़कों पर एक समय शांति के प्रतीक माने जाने वाले कबूतर अब परेशानी का सबब बन गए हैं। अनियंत्रित भोजन और सड़क किनारे अनाज बेचने वालों की वजह से इनकी तादाद बेतहाशा बढ़ रही है। कबूतरों की बीट से न सिर्फ गंदगी फैल रही है, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरे भी पैदा हो रहे हैं।बीमारियों का बढ़ता खतरा 8 जुलाई को एमसीडी के पब्लिक हेल्थ विभाग ने पशु चिकित्सा विभाग को पत्र लिखकर कबूतरों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने की मांग की। यह कदम 27 जून को हुई एमसीडी की स्थायी समिति की बैठक में उठाए गए मुद्दों के बाद आया, जहां कबूतरों की बीट से होने वाली बीमारियों और गंदगी पर चिंता जताई गई थी। पत्र में कहा गया, 'कबूतरों से होने वाली बीमारियों का कोई ठोस आंकड़ा तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन उनकी बढ़ती तादाद और अनाज बेचने वाल...