नई दिल्ली, मई 16 -- रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल बाद पहली बार तुर्किए में आमने-सामने बातचीत हुई, लेकिन ये मुलाकात बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई। यूक्रेन ने इस नाकामी के लिए पूरी तरह रूस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बातचीत की मेज पर रखी गई रूस की शर्तें गंभीरता से कोसों दूर और बिलकुल भी व्यावहारिक नहीं थीं। शुक्रवार को तुर्किए के इस्तांबुल में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल आमने-सामने बैठे, लेकिन बैठक महज दो घंटे से भी कम चली। यूक्रेन की तरफ से बताया गया कि रूस ने युद्धविराम के बदले यूक्रेन को अपने ही इलाकों से पीछे हटने की मांग की, जिसे नामुमकिन और गैर-संवेदनशील बताया गया। नाम न छापने की शर्त पर यूक्रेनी अधिकारियों ने रॉयटर्स से कहा, "रूस जिन बातों पर जोर दे रहा है, वे इस हकीकत से मेल ही नहीं खातीं कि वह हमारी सरजमीं पर कब्जा कर चुका है। ...