बागपत, अगस्त 9 -- नगर के अतिथि भवन में पिछले 16 दिवसीय शांतिनाथ महामंडल विधान का आयोजन किया गया। जिसके अंतिम दिन यज्ञ आयोजन के विधि-विधान के साथ समापन हुआ। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान शांतिनाथ की पूजा की और हवन में आहुति। विधानाचार्य अशोक जैन शास्त्री ने पूजा के बाद हवन कराकर 16 दिवसीय पाठ का समापन किया। आज के विधान में सौ धर्म इंद्र बनने का सौभाग्य राजेश जैन को प्राप्त हुआ। इस दौरान मुनि 108 में सागर महाराज ने रक्षाबंधन पर्व से जुड़ी पौराणिक कथा सुनाई बताया कि प्राचीन काल में अकंपनाचार्य के नेतृत्व में 700 जैन मुनियों का एक समूह हस्तिनापुर पहुंचा था। उस समय राजा बलि ने इन मुनियों को परेशान किया, जिससे उन्हें बहुत कष्ट हुआ। मुनि विष्णु कुमार ने वामन का रूप धारण किया और राजा बलि से तीन पग भूमि का दान मांगा। उन्होंने तीन पग में ही प...