कुशीनगर, जुलाई 26 -- कुशाीनगर। आज 26 वां कारगिल विजय दिवस है। कारगिल युद्ध में देश की रक्षा के लिए कई वीर जवानों ने शहादत दे दी थी मगर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। 26 साल बाद भी जांबाजों सैनिकों की साहसिक कहानियां सुनी-सुनाई जाती हैं। इसके बाद भी पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराता रहा और देश के वीर जवान उन्हें जहन्नुम पहुंचाते रहे। ऐसा ही एक ऑपरेशन वर्ष 2004 में आपरेशन लक्ष्य नाम से भारतीय सेना ने आतंकियों के सफाए के लिए चलाया था। तमकुही विकास खण्ड के भेलेया चन्द्रौटा निवासी शहीद मेजर अमिय त्रिपाठी उसमें लड़ते हुए जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए थे। उनका बेटे कुशाग्र ने अब पिता के अधूरे कार्यों का पूरा करने के उद्देश्य से सेना के पिता की ही रेजिमेंट में लेफ्टनेंट का पद हासिल किया है। हाल में हुए ऑपरेशन सिंद...