सिद्धार्थ, अगस्त 1 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के हल्लौर स्थित वक्फ बोर्ड इमामबाड़ा में अंजुमन फरोग मातम के बैनर तले चौथे दिन बुधवार की रात मौलाना काजिम मेहंदी ने मजलिस को संबोधित किया। मजलिस के दौरान कर्बला के शहीदों का जिक्र सुनकर मौजूद अकीदतमंदों की आंखें भर आईं। मजलिस की शुरुआत में मर्सिया हैदरे कर्रार व साथियों ने पढ़ा। मौलाना काजिम मेहंदी ने कहा कि इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपने नाना हजरत मोहम्मद मुस्तफा के दीन इस्लाम को बचाने के लिए उनके बताए गए रास्ते पर जीवन समाप्त होने तक चलते रहे। मैदान-ए-कर्बला में वह अपनी व अपने 71 साथियों की अज़ीम कुर्बानी 10 मोहर्रम को दी ताकि दुनिया में इस्लाम की सही तस्वीर, हक व शांति का संदेश फैलाया जा सके। उन्होंने सभी चाहने वालों से कर्बला के वाक्या को याद कर हर ग़रीब, जरूरतमंद व बेसहारा ...